वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने में नाकारा साबित हुआ राजस्थान निर्वाचन विभाग
पिछली बार से हुआ लगभग छह प्रतिशत मतदान कम
लगभग 58 प्रतिशत मतदाताओं ने किया मतदान
इन क्षेत्रों में वर्ष 2019 में 63.71 प्रतिशत मतदाताओं ने किया था मतदान
जयपुर, 19 अप्रैल।
चुनाव से पूर्व बढ़चढ़ कर बातें करने वाले राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की तब खुल गई जब पिछली बार से भी लगभग छह प्रतिशत मतदान कम हुआ!
चुनाव पूर्व मतदान प्रतिशत बढ़ाने का थोथा दावा करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों की कार्यशैली तब विवादों में आ गई जब विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने सोशल मीडिया पर विज्ञापन और अपना प्रचार प्रसार करने में अथाह रुपया व्यर्थ कर दिया! सूत्रों की मानें तो निर्वाचन विभाग ने कुछ बड़े मीडिया घरानों को विज्ञापन देकर, शो बाज़ी करने में तथा सोशल मीडिया पर न्यूज़ प्रसारित करने में ही अपना पूरा ध्यान लगाए रखा जबकि विभाग को चाहिए था कि ज़मीनी स्तर पर कार्य करके मतदान प्रतिशत बढ़ाने का प्रयास होता!
राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा दी गई सूचना के अनुसार लोकसभा आम चुनाव-2024 के प्रथम चरण के तहत प्रदेश के गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझूनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में शुक्रवार को आमतौर पर शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान संपन्न हुआ। इन 12 निर्वाचन क्षेत्रों के 24,370 मतदान केंद्रों पर नव विवाहित जोड़ों, दिव्यांग, थर्ड जेंडर, आदिवासियों, वृद्धों और युवाओं सहित सभी मतदाताओं ने मतदान में उत्साहपूर्वक भागीदारी की।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि इन क्षेत्रों में रूप से 57.87 प्रतिशत estimated ( including 0.61% postal ballot ) मतदान दर्ज किया गया है। फॉर्म 17ए की जांच के बाद 20 अप्रैल तक ही अंतिम मतदान Final poll data प्रतिशत के आंकड़े प्राप्त हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि शाम 6 बजे तक भी कई स्थानों पर मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी थीं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से मतदाता बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचने लगे। दिनभर मतदान केंद्रों पर हंसते-मुस्कराते, उत्साह से लबरेज मतदाताओं का तांता लगा रहा।
2019 तथा 2024 के मतदान प्रतिशत की तुलनात्मक रिपोर्ट
*निर्वाचन क्षेत्रवार वर्ष 2024 और (वर्ष 2019) का मतदान प्रतिशत*
गंगानगर : 65.64 (74.39%)
बीकानेर : 53.96 (59.24%)
चूरू : 62.98(65.65%)
झुंझुनूं : 51.62(61.78%)
सीकर : 57.28(64.76%)
जयपुर ग्रामीण : 56.58(65%)
जयपुर : 62.87(68.11%)
अलवर : 59.79(66.82%)
भरतपुर : 52.69(58.81%)
करौली-धौलपुर : 49.29(55.06%)
दौसा : 55.21(61.20%)
नागौर : 56.89(62.15%)
मतदान प्रतिशत कम होने से मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार, निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ. सुखबीर सिंह संधु के नेतृत्व में बेहतर कार्य योजना, तकनीकी नवाचारों और गहन मॉनिटरिंग का दावा करने के बावजूद मतदान का प्रतिशत नहीं बढ़ने से पूरे विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहा है!
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