आईपीएल में 1000 रुपये वाली 1783 टिकटों में आई कालाबाज़ारी की शिकायतें!
आईपीएल मैचों में टिकट वितरण कमेटी नहीं बनने से पिछले साल वाली स्टैंड की 800 रुपए वाली टिकट इस बार 1200 रुपए की हो गई। बता दें कि इस बार क्रीड़ा परिषद के पास आईपीएल मैचों की जिम्मेदारी है।
खेल प्रेमियों को निराशा तब हुई जब एसएमएस स्टेडियम टिकट खिड़की पर मंगलवार को टिकट की ऑफलाइन बिक्री शुरू होते ही आधे घंटे में ही 3 काउंटरों से 1200 रुपए वाली 2073 टिकटें बिक गईं।
पिछले सीजन के आईपीएल मैचों में भी टिकट की कालाबाजारी की शिकायतें सामने आई थीं। ऐसे में कमेटी नहीं होने और प्रभावी मॉनिटरिंग नहीं होने पर इस बार भी टिकट बिक्री पर सवालिया निशान उठ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है कि 1000 रुपए कीमत वाली 1783 टिकटें कहां गईं ?
टिकट लेने आए खेल प्रेमियों ने बताया कि इनकी बिक्री न तो ऑनलाइन शो हुई और ना ही टिकट खिकड़ी पर बिकने के लिए आईं। 23,400 दर्शक क्षमता वाले सवाईमान सिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स इस बार टिकट बेच कर प्रति मैच 7 करोड़ रुपए की कमाई करेगी। मंगलवार से 24 और 28 को होने वाले मैच के लिए स्टेडियम में 3 बॉक्स ऑफिस लगा कर टिकट बिक्री शुरू की गई। यहां शाम होते-होते केवल 2000 रुपए या इससे महंगी टिकट ही बचे थे, जो बेची जा रही थी। वहीं सबसे महंगी टिकट 20 हजार रुपए की लेजेंडर लाउंज की है, जिनकी संख्या केवल 100 है। यही टिकट गत वर्ष 12 हजार रुपए की थी।
सूत्रों के अनुसार आईपीएल कराने की जिम्मेदारी मिलने के बाद क्रीड़ा परिषद ने 21 लोगों की 7 कमेटियां बनाई। हैरत की बात यह है कि इनमें टिकट वितरण कमेटी है ही नहीं। दूसरी ओर, जो अन्य कमेटियां बनाईं, उन्हें भी कोई पूछ नहीं रहा।
इस बार टिकट के रेट महंगे होने से क्रीड़ा परिषद को भी लाभ होगा, क्योंकि पहले 20 लाख रुपए प्रति मैच फीस मिलती थी, लेकिन इस बार करीब एक करोड़ रुपए तक क्रीड़ा परिषद को प्रति मैच के मिलेंगे।
Comment List