कौन होगा हवामहल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी

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कौन होगा हवामहल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी

कौन होगा हवामहल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी

हवा महल (GEN) विधानसभा सीट में मतदाताओं की संख्या लगभग 249,452 है.

हवामहल सीट का अगर पिछले 20 सालों का इतिहास देखा जाए तो यहां एक बार कांग्रेस एक बार भाजपा जीतती आई है. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में महेश जोशी ने बीजेपी के सुरेंद्र पारीक को 9 हजार से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी थी, महेश जोशी मौजूदा वक्त में गहलोत कैबिनेट में मंत्री हैं. महेश जोशी को 2018 के विधानसभा चुनाव में 85 हजार से ज्यादा वोट मिले थे, जबकि उनके प्रतिद्वंदी सुरेंद्र पारीक को क्षेत्र 76 हजार वोट मिले थे.

वहीं 2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर सुरेंद्र पारीक (बीजेपी) ने 69924 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को 12715 मतों के अंतर से हराया. दूसरा स्थान (57209) वोटों के साथ बृज किशोर शर्मा (कांग्रेस) को मिला. तीसरा स्थान (4422) वोटों के साथ पप्पू कुरैशी (आईएनडी) का रहा. (2094) वोटों के साथ आईएनडी को चौथा स्थान को मिला.
चुनाव में कुल 143091 मत पड़े थे. कुल 73.67% मतदान हुआ था

हवामहल सीट का इतिहास

सबसे दिलचस्प मुकाबला साल 2008 में देखने को मिला था, जिसमें कांग्रेस के ब्रजकिशोर शर्मा ने 580 वोटों से चुनाव जीता था और बाद में गहलोत सरकार में मंत्री भी बने. उन्होंने भाजपा की मंजू शर्मा को हराया था. ब्रजकिशोर शर्मा के खाते में 44926 जबकि मंजू शर्मा के खाते में 44346 वोट पड़े थे.

इस सीट के नाम एक रिकॉर्ड भी दर्ज है, यहां से भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे भंवर लाल शर्मा 6 बार विधायक चुने गए. 1977 में भंवर लाल शर्मा पहली बार कांग्रेस के रामेश्वर प्रसाद महेश्वरी को हराकर विधायक बने और साल 1998 तक लगाता 6 बार विधायक चुने गए. इस दौरान कांग्रेस की ओर से उनके खिलाफ महेश जोशी, बनवारी लाल गुप्ता, ऋषभ शाह जैसे नेताओं ने चुनाव लड़ा, लेकिन उनके आगे टिक नहीं पाए. इस दौरान भंवर लाल शर्मा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, स्वायत्त शासन, नगरीय विकास आवासन और खेल मंत्री भी रहे. साथी इस दौरान वो भाजपा के 1989 प्रदेश अध्यक्ष भी बने.

सियासी और जातीय समीकरण

हवामहल विधानसभा सीट को मुस्लिम बाहुल्य सीट माना जाता है. यहां पर तकरीबन 90 हजार से ज्यादा मुस्लिम मतदाता है. इस सीट पर आज तक कोई भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं जीता है, लेकिन यहां बड़ी संख्या में मुस्लिम मतदाता रहते और व्यवसाय करते हैं.
यह विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम निर्णय क्षेत्र का है मुस्लिम मतदाता जिस प्रत्याशी के साथ होते हैं वही प्रत्याशी विजय हासिल कर पाता है ,

 

चर्चा है की हवामहल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वर्तमान विधायक महेश जोशी अबकी बार किशन पोल  विधानसभा क्षेत्र से मानस बना रहे हैं वहीं चर्चा है कि विधायक अमीन कागजी हवामहल से चुनाव लड़ने का मानस बना रहे हैं, वर्तमान विधायक महेश जोशी ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में कई विकाScreenshot_2023-08-21-13-14-51-13_680d03679600f7af0b4c700c6b270fe7स कार्य कराए हैं साथ ही कच्ची बस्ती में पट्टों का वितरण, पार्कों का विकास एवं कच्ची बस्तियों में पेयजल की समुचित व्यवस्था क्षेत्र के इलाकों में सड़क निर्माण जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में लेकिन इनके पुत्र पर लगे आरोपों से कुरैशी समाज में भारी रोष है यह आक्रोश चुनाव के समय कितना पक्ष या विपक्ष में होगा यह मतदान के समय देखा जा सकता है हालांकि महेश जोशी ने डैमेज कंट्रोल करने के लिए भरसक प्रयास किए हैं लेकिन यह डैमेज कंट्रोल कितना कर पाते हैं यह चुनाव के समय ही देखने को मिलेगा किशनपोल विधानसभा क्षेत्र के विधायक अमीन कागजी हवामहल क्षेत्र से चुनाव लड़ने का मानस बना रहे हैं उनका मानना है कि महेश जोशी से मुस्लिम समाज इनके साथ होने से जीत आसान हो जाएगी अमीन कागजी का किशनपोल में काफी विरोध चल रहा है इसी के चलते यह हवा महल की तरफ अपना रुक कर सकते हैं!

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मुस्लिम समाज सेवी अब्दुल रज्जाक भाटी भी क्षेत्र से अपने दावेदारी दर्शा रहे हैं, यह कायम खानी समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं इनकी पत्नी दो बार क्षेत्र से पार्षद रह चुकी है स्वयं एक बार पार्षद का चुनाव लड़ कर हार चुके हैं वर्तमान में ये  कच्ची बस्ती कांग्रेस के प्रदेश संयोजक के पद पर रहकर कच्ची बस्ती वासियों को पट्टे दिलाने में भूमिका अदा कर चुके हैं इन्हीं चीजों को आधार मानकर यह अपनी दावेदारी आ रहे हैं मुस्लिम समाज सेवी पप्पू कुरैशी एक बार निर्दलीय चुनाव लड़ कर 30,000 वोट हासिल कर चुके हैं इनको कुरैशी समाज का काफी समर्थन प्राप्त है इसके अलावा यह मुस्लिम समाज के लिए हमेशा तत्पर रहें हैं,कुरैशी समाज का महेश जोशी के प्रति आक्रोश को देखते हुए महेश जोशी के पुत्र पर लगे आरोपों में समझौता कराने में पप्पू कुरैशी ने अहम भूमिका अदा की थी जिससे इनका मानना है कि इस चुनाव में इनको इसका लाभ मिल जाएगा !

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इसके अलावा पूर्व विधायक ब्रजकिशोर शर्मा एक बार फिर हवामहल से अपनी ताल ठोकने का मानस बना चुके हैं वर्तमान में उन्हें मंत्री का पद मिला हुआ है लेकिन क्षेत्र में अपने पुराने रसुखों का चुनाव के लिए केसे इस्तेमाल करते हैं ये भविष्य की गर्त में है, लेकिन ये एक बार फिर से ताल ठोकने आलाकमान तक दौड़ लगा रहे हैं टिकट मिलना ना मिलना आलाकमान पर निर्भर है इसके अलावा मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा हवामहल क्षेत्र में ब्राह्मण बाहुल्य होने की वजह से अपने लिए सुरक्षित सीट मान रहे हैं लेकिन इनकी पकड़ मुस्लिम समाज में नहीं है इसकी वजह से दावेदारी काफी कमजोर नजर आती है हवामहल क्षेत्र में मुस्लिम समाज के एक और दावेदार उभरकर सामने आए हैं यह क्षेत्र से तीन बार पार्षद रह चुके हैं वर्तमान में इनकी पत्नी पार्षद है हाजी नवाब कलाल समुदाय से ताल्लुक रखते हैं इसके अलावा इनका मानना है मुस्लिम समाज पूरा इनको समर्थन करेगा इस आधार पर यह अपनी जीत को निश्चित मानकर ताल ठोक रहे हैं देखना है भारतीय जनता पार्टी की ओर से किस प्रत्याशी को मैदान में उतारा जाता है उसके आधार पर जीत हार का निर्णय हो सकेगा । 

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हवा महल विधानसभा क्षेत्र में कायमखानी समाज की बहुतायत होने के कारण प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत हुए असफाक हुसैन हवा महल विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ने का मानस बना चुके हैं,आई ए एस  से 2015 में सेवानिवृत होने के बाद निरंतर समाज सेवा में तत्पर रहे हैं उन्होंने समाज के लिए समाज की गरीब महिलाओं के लिए एवं बालिकाओं के लिए शिक्षा एवं अन्य समस्याओं के समाधान में अग्रणी भूमिका निभाई है,इनका मानना है कि राजनीति में आने के बाद समाज का और सुदृढ़ तरीके से उत्थान किया जा सके , इसी को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने हवामहल विधानसभा क्षेत्र से अपनी ताल ठोकी  है! असफाक हुसैन कायमखानी समाज के  कई पदों पर कार्य कर चुके हैं।इनका परिवार पढ़ा लिखा होने से राजकीय सेवा में रहते हुए समाज के लोगो को हर क्षेत्र में मदद करने का प्रयास किया

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वहीं विधानसभा क्षेत्र किशनपोल तथा हवा महल से युसूफ अली टांक भी कांग्रेस के लिए दावेदारी पेश कर रहे है, उनका कहना है कि मैं हमेशा सरल व्यक्तित्व के साथ पार्टी का आम कार्यकर्ता रहा हूं,में ईमानदारी ,मेहनत और बिना किसी लालच के प्रचार प्रसार की राजनीति से दूर रहकर, कोई भी व्यक्ति जिसको सेवा के रूप में आवश्यकता हुई है मैंने उसके सुख-दुख में तत्परता के साथ कार्य किया है अब तक बिना किसी पद की इच्छा रखते हुए कांग्रेस का सामान्य सक्रिय कार्यकर्ता बनकर आज तक लोगों की सेवा करता रहा हूं यही मेरा सामाजिक राजनीतिक परिचय है

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