भक्तों की अपार आस्था का केंद्र बना काशी विश्वनाथ धाम
महाकुंभ के पलट प्रवाह शुरू होने के बाद से ही काशी में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है. प्रयागराज महाकुंभ से आवागमन करने वाले श्रद्धालु सबसे ज्यादा काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. मंगला आरती के बाद से ही देर रात्रि तकरीबन 12:00 बजे तक काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए 3 किलोमीटर से अधिक लंबी कतार में लगकर श्रद्धालु अलग-अलग प्रवेश द्वार से पहुंच रहे हैं. इस दौरान जबरदस्त भीड़ और घंटों लाइन में लगने के बाद भी श्रद्धालुओं के उत्साह में जरा सी भी कमी नहीं देखी जाती.
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को अलग-अलग प्रवेश द्वार के लिए लंबी कतार में लगना पड़ रहा है. सुबह से शाम तक के वक्त में श्रद्धालुओं को 4 से 5 घंटे भी दर्शन करने में लग रहे हैं. लेकिन इन श्रद्धालुओं का मानना है कि मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही उनकी मानसिक शारीरिक थकान पूरी तरह दूर हो जाती है. जहाँ एक तरफ़ भगवान विश्वनाथ के भव्य परिसर को देखकर श्रद्धालु पूरी तरह निहाल हो रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ़ मंदिर में गुनगुनाते शिव भजन और भक्तिमय माहौल उन्हें ऊर्जा से भर दे रहें हैं. शंकराचार्य चौक पर प्रवेश करते ही श्रद्धालु जिग ज़ैग लाइन से होते हुए मंदिर तक पहुंचते हैं. इसके बाद बाबा का स्वर्ण शिखर देखते ही मानो श्रद्धालुओं के सभी कष्ट और थकान पल भर में ही दूर हो जाते हैं. मंदिर परिसर से बाहर निकलकर पूरी ऊर्जा के साथ श्रद्धालु अपने उत्साह को व्यक्त करते हुए कहते हैं कि - बाबा के दर्शन करके आनंद की अनुभूति हुई है, असीम ऊर्जा की प्राप्ति हुई है. हमारी इच्छा है कि हम दोबारा बाबा के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए वाराणसी आएंगे.
3 दिन में पहुंचे 15 लाख से अधिक श्रद्धालु
प्रयागराज महाकुंभ के पलट प्रवाह की वजह से धर्म नगरी वाराणसी के सभी होटल, लाज़ पूरी तरह फूल है. हर तरफ श्रद्धालु की चहल कदमी देखी जा रही है. प्रमुख केंद्र पर लोगों की इतनी भारी भीड़ है की, शहर के लोग हर एक दिन को पीछे छोड़ते हुए अगले दिन यही कहते हैं कि आज की भीड़ सबसे ज्यादा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते 3 दिनों में काशी विश्वनाथ मंदिर में 19 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिया है जो एक रिकॉर्ड है.
Comment List