दिल का दौरा पड़ने पर क्या करें ?
दिल का दौरा, जिसे हार्ट अटैक भी कहा जाता है, एक बहुत ही गंभीर स्थिति होती है जिसमें समय पर उपचार आवश्यक होता है। समय पर सही कदम उठाने से जीवन बचाया जा सकता है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण जानकारी और कदम दिए जा रहे हैं, जिन्हें दिल का दौरा पड़ने पर किया जाना चाहिए।
दिल का दौरा क्या होता है?
जब दिल की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति अवरुद्ध हो जाती है तो उसे दिल का दौरा कहते हैं। यह स्थिति आमतौर पर तब उत्पन्न होती है जब दिल की धमनियों में प्लाक जमा हो जाता है और रक्त का प्रवाह रुक जाता है। इससे दिल की कोशिकाओं को ऑक्सीजन नहीं मिलती और वे मरने लगती हैं।
दिल के दौरे के लक्षण
दिल का दौरा अचानक हो सकता है, लेकिन कई बार इसके कुछ संकेत और लक्षण पहले से महसूस होते हैं। कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
1. छाती में तीव्र दर्द या भारीपन
2. बाएं हाथ, कंधे, या जबड़े में दर्द फैलना
3. सांस की कमी
4. अत्यधिक पसीना आना
5. चक्कर आना या बेहोशी महसूस होना
6. अत्यधिक घबराहट या डर का अनुभव
दिल का दौरा पड़ने पर क्या करें?
2. 1. शांत रहें और तुरंत चिकित्सा सहायता बुलाएं
जैसे ही आपको लगे कि किसी को दिल का दौरा पड़ रहा है, बिना देरी किए तुरंत एम्बुलेंस (102) को कॉल करें। हर सेकंड महत्वपूर्ण होता है, इसलिए जितनी जल्दी हो सके मदद मंगवाएं।
2. व्यक्ति को आरामदायक स्थिति में रखें
अगर पीड़ित व्यक्ति होश में है, तो उसे सीधे लेटने के बजाय बैठने के लिए कहें ताकि दिल पर दबाव कम हो सके।
3. एस्पिरिन देने का प्रयास करें
यदि पीड़ित व्यक्ति को एस्पिरिन से एलर्जी नहीं है, तो उसे 300mg की एस्पिरिन चबाने को दें। एस्पिरिन रक्त को पतला करता है और ब्लड क्लॉट को बनने से रोकने में मदद कर सकता है।
4. CPR की आवश्यकता हो सकती है
यदि व्यक्ति बेहोश हो जाता है और सांस नहीं ले रहा है, तो तुरंत CPR (कार्डियोपल्मनरी रिससिटेशन) शुरू करें। इसके लिए:
छाती के बीच में ज़ोर से और तेज़ी से धक्का दें।
- प्रति मिनट 100-120 धक्के देने का प्रयास करें।
- यदि आप CPR करना नहीं जानते हैं, तो किसी योग्य व्यक्ति से फोन पर निर्देश लें जब तक कि एम्बुलेंस न आ जाए।
5. ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर (AED) का उपयोग करें
अगर आपके पास या आसपास AED मौजूद हो, तो उसका उपयोग करें। AED एक छोटा उपकरण होता है जो दिल की धड़कन को सामान्य करने में मदद कर सकता है। इसे लगाना आसान होता है और निर्देश भी डिवाइस के साथ होते हैं।
6. खुद को सुरक्षित रखें और घबराएं नहीं
अगर आप अकेले हैं और आपको लगे कि आपको दिल का दौरा पड़ रहा है, तो तुरंत मदद के लिए कॉल करें और अगर संभव हो तो दरवाजा खुला छोड़ दें ताकि मेडिकल टीम आसानी से अंदर आ सके।
दिल का दौरा पड़ने के बाद की देखभाल
एक बार जब व्यक्ति का इलाज हो जाता है, तो उसके बाद कुछ देखभाल आवश्यक होती है:
1. नियमित जांच
दिल के दौरे के बाद, व्यक्ति को नियमित रूप से डॉक्टर से मिलना चाहिए ताकि दिल की स्थिति की निगरानी की जा सके।
2. दवाएं
डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं को नियमित रूप से लें।
3. जीवनशैली में बदलाव
स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और धूम्रपान छोड़ना महत्वपूर्ण है।
4. तनाव प्रबंधन
योग, मेडिटेशन, और सकारात्मक सोच से तनाव को कम करने का प्रयास करें।
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