सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से बनायी गई सड़कों की गुणवत्ता ख़राब होने पर जाँच करने वालों पर कार्यवाही के साथ-साथ ठेकेदारों को भी करो ब्लैकलिस्ट-झाबर सिंह खर्रा
चमकता राजस्थान उठाता रहा है सार्वजनिक निर्माण विभाग वृत्त शहर जयपुर के कार्यों की गुणवत्ता पर भी सवाल !
जयपुर, 15 सितम्बर। झाबर सिंह खर्रा, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन विभाग ने राजस्थान में मानसून की भारी बारिश के बाद क्षतिग्रस्त सड़कों को दुरुस्त करवाने हेतु रविवार को सचिवालय में आयोजित बैठक में आमजन से जुड़े इस महत्वपूर्ण मुद्दे के विभिन्न लम्बित प्रकरणों की समीक्षा की। इस समीक्षा बैठक में सभी सम्बंधित वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।
बैठक में पूर्व मंत्री कालीचरण सर्राफ़ द्वारा सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा बनायी गई सड़कों की बदहाली को लेकर शिकायत के बाद मंत्री झाबर सिंह खर्रा सार्वजनिक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली से बेहद असंतुष्ट नज़र आए उन्होंने गुणवत्ता जाँच मैं लग रहे अधिकारियों से लेकर विभाग में काम कर रहे ठेकेदारों तक पर कार्रवाई करने के निर्देश दे डाले !
इस अवसर पर झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि प्रदेश में इस बार मानसून जमकर बरसा है। इस दौरान कई जगह सड़कों के खराब होने की समस्या भी सामने आई है। इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाने के साथ ही निष्ठापूर्ण मंतव्य से सभी क्षतिग्रस्त सड़कों एवं सीवेरज लाइनों की त्वरित मरम्मत पर विशेष रूप से ध्यान देने के निर्देश दिए। श्री खर्रा ने सभी सम्बंधित विभागों की तैयारियों की समीक्षा और अधिकारियों को दिशा-निर्देश देने के साथ ही सभी से सुझाव भी लिए।
झाबर सिंह खर्रा ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सड़कों की गुणवत्ता जांचने हेतु कई अभियंताओं को ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी जिनके द्वारा इस कार्य को गंभीरतापूर्ण नहीं लिया जा रहा है।
ऐसे सभी गुणवत्ता जाँचने वाले अधिकारियों की भूमिका जाँच उन पर एक्शन लिया जावे !
साथ ही गारंटी पीरियड में जो सड़कें ख़राब हो गई है उन का काम करने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करने के भी उन्होने निर्देश दिए !
खर्रा ने कहा कि आमजन द्वारा दिए जा रहे टैक्स के पैसों का व्यर्थ उपयोग न कर के उसे उन्ही के हित में सही और बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जावे !
'बजट घोषणाएं गारंटी पीरियड में पूरी की जाएं'—
खर्रा ने कहा कि बजट घोषणाओं वाले गारंटी पीरियड कार्यों को समय पर पूरा किया जाए। इसे तय करना विभाग की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि PWD, PHED, ऊर्जा स्वायत्त शासन विभाग और जेडीए आपस में सामंजस्य बनाकर काम करें। ताकि आमजन की हितार्थ योजनाओं को जल्द से जल्द और गुणवत्तापूर्ण कार्यों के साथ धरातल पर उतरा जा सके।
इस बैठक में वैभव गालरिया, प्रमुख शासन सचिव, नगरिय विकास विभाग, राजेश यादव, प्रमुख शासन सचिव, स्वायत्त शासन विभाग, आनंदी, आयुक्त, जयपुर विकास प्राधिकरण, डा रश्मि शर्मा, आयुक्त,अतिरिक्त मुख्य अभियंता पीडब्ल्यूडी व पीएचडी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
चमकता राजस्थान समाचार पत्र सार्वजनिक निर्माण विभाग वृत्त शहर जयपुर के कार्यों की गुणवत्ता को लेकर पहले भी समाचार प्रकाशित कर चुका है अब पूर्व मंत्री कालीचरण सर्राफ़ ने सड़कों का मुद्दा उठा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है !
Comment List