अपराध के आंकड़े घटाने के उद्देश्य से भाजपा सरकार ने FIR के अनिवार्य पंजीकरण की नीति पर अघोषित रोक लगा दी-अशोक गहलोत
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर में एक युवती द्वारा आत्महत्या मामले में नाराजगी जताते हुए कहा कि “जोधपुर में मारपीट एवं दुर्व्यवहार से आहत एक युवती ने आत्महत्या कर ली क्योंकि पुलिस ने उनकी FIR तक दर्ज नहीं की और परिवार को 9 घंटे तक थाने में बिठाए रखा। यह दिखाता है कि भाजपा सरकार में पुलिस आमजन की सुनवाई नहीं कर रही है। पूर्व में भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।
हमारी सरकार ने FIR के अनिवार्य पंजीकरण की नीति लागू की जिससे हर फरियादी की FIR दर्ज हो और अनुसंधान होकर तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचा जाए। केवल अपराध के आंकड़े घटाने के उद्देश्य से भाजपा सरकार ने इस नीति पर अघोषित रोक लगा दी जिससे फरियादी आत्महत्या कर लेने तक परेशान हो रहे हैं पर पुलिस FIR तक दर्ज नहीं कर रही।
राज्य सरकार को इस मामले में स्थानीय थाना अधिकारी एवं उच्च अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए तथा FIR के अनिवार्य पंजीकरण की नीति को पुन: सख्ती से लागू करना चाहिए। इस पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर केस ऑफिसर स्कीम में मामला चलाना चाहिए।”
ज्ञातव्य है कि जोधपुर में पड़ोसी से हुए विवाद के बाद युवती ने आत्महत्या कर ली थी,मामले में परिजनों ने शनिवार को भदवासिया इलाके में प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। परिजनों ने पुलिस पर भी लापरवाही के आरोप लगाए हैं। प्रदर्शन के दौरान मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने परिजनों से बात कर उन्हें समझाने का प्रयास किया।
दरअसल, पीड़ित परिवार का आरोप है कि घर की सफाई के दौरान पड़ोसी की पास में खड़ी स्कॉर्पियो पर पानी की छींटे लग गईं। इसके बाद पड़ोसियों ने उनसे झगड़ा किया। थाने में दी गई रिपोर्ट में पीड़ित परिवार ने बताया कि आरोपी परिवार ने उनके साथ मारपीट की और लगातार धमकियां दे रहे हैं। साथ ही, उन पर समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा है।
परिजनों का कहना है कि धमकियों और डर की वजह से उनकी बेटी मानसिक रूप से परेशान हो गई और आत्महत्या कर ली। परिवार ने बताया कि 30 अप्रैल को उन्होंने थाने में रिपोर्ट दी थी, लेकिन पुलिस ने समय रहते कार्रवाई नहीं की। यदि पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती तो उनकी बेटी आज जिंदा होती। परिजनों ने यह भी बताया कि आरोपी परिवार के लोग तीन-चार गाड़ियों में आए और उनके घर के सामने तेज रफ्तार में गाड़ियां घुमाकर डराने की कोशिश की। इससे परेशान परिजनों और बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने भदवासिया स्कूल के सामने प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इससे पहले, परिजनों ने शुक्रवार शाम को माता का थान थाने पर प्रदर्शन किया था।
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