87% उत्तरी भारत के लोग मच्छरों को पारिवारिक स्वास्थ्य जोखिमों से जोड़ते हैं: गुडनाइट सर्वे
मुंबई, 25 अप्रैल 2025: उत्तर भारत में 87% लोग मानते हैं कि नींद में खलल, विशेष रूप से बच्चों में, उनके परिवार के स्वास्थ्य और कल्याण को सीधे प्रभावित कर रहा है। विश्व मलेरिया दिवस (25 अप्रैल) से पहले, यह महत्वपूर्ण खुलासा सामने आया है एक सर्वे रिपोर्ट से, जिसे गुडनाइट ने जारी किया है, जो गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड का भारत का प्रमुख घरेलू कीटनाशक ब्रांड है।
गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर - इंडिया, अश्विन मूर्ति कहते हैं:
'गुडनाइट का 'वन मच्छर, अनगिनत खतरे' एक राष्ट्रव्यापी सर्वे रिपोर्ट है, जो सार्वजनिक दृष्टिकोण को गहराई से समझती है और मच्छर जनित बीमारियों से जुड़े जोखिमों का मूल्यांकन करती है। ऐसी पहलों व प्रयासों के माध्यम से हमारा लक्ष्य है भारत में मच्छरों की समस्या को लेकर जागरूकता बढ़ाना, परिवारों को कार्रवाई के लिए प्रेरित करना, और देश को किफायती लेकिन अभिनव समाधान प्रदान करना। भारत में, हर साल 4 करोड़ (40 मिलियन) से अधिक नागरिक मलेरिया, डेंगू जैसी मच्छर जनित बीमारियों से प्रभावित होते हैं।
गुडनाइट रिपोर्ट से मिले इन निष्कर्षों पर टिप्पणी करते हुए, डॉ. कीर्ति सबनीस, संक्रामक रोग विशेषज्ञ, फोर्टिस अस्पताल, मुलुंड, मुंबई, ने कहा, 'यह समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि एक अकेला मच्छर भी जानलेवा बीमारियों को फैला सकता है।
गुडनाइट, जो फ्लैश वेपोराइज़र, अगरबत्ती और एडवांस्ड फास्ट कार्ड जैसे मच्छर भगाने वाले समाधानों का अग्रणी ब्रांड रहा है, भारत को मच्छर जनित बीमारियों से सुरक्षित रखने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है। रेनोफ्लुथ्रिन से बना यह नया गुडनाइट फ्लैश लिक्विड वेपोराइजर फॉर्मूलेशन भारत में वर्तमान में उपलब्ध लिक्विड वेपोराइजर फॉर्मेट में किसी भी अन्य पंजीकृत फॉर्मूलेशन की तुलना में मच्छरों के खिलाफ 2 गुना अधिक प्रभावी है
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