प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर ED की रेड
Pratap Singh Khachariyavas:-राजस्थान की पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे प्रताप सिंह खाचरियावास के जयपुर में सिविल लाइन्स स्थित आवास पर मंगलवार सुबह से प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी (ED Raid) जारी है,ईडी की टीम इस वक्त कांग्रेस नेता के घर में मौजूद हैं और जांच पड़ताल कर रही हैं,इस रेड के पीछे की वजह अभी सामने नहीं आई है, लेकिन राजस्थान की राजधानी में इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है !
मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस के पूर्व मंत्री पर यह एक्शन प्रदेश के सबसे चर्चित 2850 करोड़ रु. के पीएसीएल घोटाले में शामिल होने के मामले में लिया गया हे,
सुप्रीम कोर्ट ने 2 फरवरी 2016 को सेवानिवृत्त सीजेआई आरएम लोढ़ा की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया था। कोर्ट ने कमेटी से कहा था कि पीएसीएल की संपत्तियों को नीलाम करके 6 माह में लोगों को ब्याज सहित भुगतान करें। सेबी के आकलन के अनुसार पीएसीएल की 1.86 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति है, जो निवेशकों की जमा राशि की तुलना में 4 गुना है। पीएसीएल कंपनी की योजनाओं को अवैध मानते हुए सेबी ने 22 अगस्त 2014 को कंपनी के कारोबार बंद कर दिए थे। जिसके चलते निवेशकों की पूंजी कंपनी के पास जमा रह गई। इसके बाद कंपनी व सेबी के बीच सुप्रीम कोर्ट में केस चला और सेबी जीत गई।
17 वर्ष तक राज्य में रियल एस्टेट में निवेश का काम करने वाली पीएसीएल में प्रदेश के 28 लाख लोगों ने करीब 2850 करोड़ और देश के 5.85 करोड़ लोगों ने कुल 49100 करोड़ का निवेश किया था।
कंपनी पर बिहार, महाराष्ट्र, एमपी, आसाम, कर्नाटक, जयपुर ग्रामीण, उदयपुर, आंध प्रदेश, पंजाब, छत्तीसगढ़ समेत आधे से ज्यादा राज्यों में मुकदमें दर्ज हैं। सबसे पहले जयपुर मे ही हुआ था खुलासा
पीएसीएल मामले में साल 2011 में हुआ था पहला केस दर्ज। जयपुर शहर के चौमू थाने की पुलिस ने किया था केस दर्ज। ठगी और चिट फंड एक्ट में केस दर्ज की गई थी जांच। मामले में प्रताप जी की भागीदारी 30 करोड़ के आसपास बताई जा रही है!
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