स्वर्णकार भारतीय अर्थ व्यवस्था की प्रमुख कड़ी - राजीव अरोड़ा
जयपुर। जयपुर के राजस्थान चैंबर भवन में "भारतीय स्वर्णकार संघ" द्वारा शनिवार को दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। स्वर्ण कारीगरी की विभिन्न विधाओं से जुड़े लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वर्णकार समाज की नई पीढ़ी को स्वरोजगार व आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित करना तथा सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय तथा भारतीय स्वर्णकार संघ के संयुक्त प्रयास से स्वर्ण, रजत व रत्नों के मूल्यांकन और परख के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन करना था।
राजस्थान लघु उद्योग निगम के चेयरमैन राजीव अरोड़ा इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। राजीव अरोड़ा ने इस अवसर पर स्वर्णकार संघ को प्रदेश सरकार द्वारा व्यापार एवं निर्यात उन्नयन के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। अरोड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि स्वर्णकार समाज और इस कार्य से जुड़े लोग देश व प्रदेश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं, स्वर्णकार प्रदेश की आर्थिकी के आधार की तरह हैं। जयपुर पूरी दुनिया में इस प्रतिष्ठित व्यवसाय का प्रमुख केंद्र है, यहां के व्यापारी इस क्षेत्र में निर्यात संवर्धन कर प्रदेश को आगे लेकर जा रहे हैं। राजीव अरोड़ा ने स्वर्णकार समाज की ईमानदारी और निष्ठा की प्रशंसा करते हुए कहा कि आप निरंतर अपनी कारीगरी एवं कला - कौशल से इस शहर को और अधिक समृद्ध बनाने के लिए प्रयासरत रहें।
उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय इस शिविर का आयोजन रविवार 17 सितंबर तक किया जाएगा। इस शिविर के माध्यम से स्वर्णकारी विद्या से जुड़ा कोई भी व्यापारी, कर्मचारी स्वर्ण, रजत व रत्नों के मूल्यांकन एवं परीक्षण में प्रशिक्षण प्राप्त कर सरकार की तरफ से प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकता है।
Comment List