बीकानेर में 8100 किलो घटिया मावा जब्त...
बीकानेर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर प्रदेशभर में चलाए जा रहे "शुद्ध आहार, मिलावट पर वार" अभियान के तहत बीकानेर में मंगलवार को 8100 किलो घटिया मावा जब्त किया गया है। यह बड़ी कार्रवाई चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री खींवसर और प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ के आदेशों पर की गई। खाद्य सुरक्षा आयुक्त एच. गुइटे के निर्देशन में अतिरिक्त खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के सतत निगरानी के चलते इस बड़ी खेप का खुलासा हुआ।
अतिरिक्त खाद्य आयुक्त पंकज ओझा ने बताया कि मिलावटखोरी के खिलाफ चल रही इस मुहिम के तहत खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि फलौदी और बज्जू से दो पिकअप वैन के जरिए घटिया क्वालिटी का मावा बीकानेर लाया जा रहा है। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अधिकारियों ने नाल क्षेत्र में वाहनों को रोककर तलाशी ली, जिसमें 405 टिन में 8100 किलो मावा मिला। यह खेप त्योहारी सीजन में मिलावटखोरों द्वारा खपत के लिए लाई जा रही थी।
जांच के दौरान मावे में तेल की मिलावट पाई गई, जिससे इसकी गुणवत्ता बेहद निम्न स्तर की थी। जब्त किए गए मावे की उरमूल डेयरी प्लांट स्थित लैब में जांच की जा रही है। विशेषज्ञों द्वारा इसकी गहन परीक्षण किया जा रहा है ताकि मिलावट के स्तर और उसके संभावित खतरों का पता लगाया जा सके। इस पूरी कार्रवाई का नेतृत्व सीएमएचओ डॉ. पुखराज साध कर रहे हैं। उनके साथ खाद्य सुरक्षा अधिकारी भानु प्रताप सिंह गहलोत, श्रवण कुमार वर्मा, सुरेंद्र कुमार और राकेश गोदारा की टीम मौजूद थी। उरमूल डेयरी प्लांट के मैनेजर ओमप्रकाश भांभू भी मौके पर उपस्थित रहे।
प्रदेश में मिलावटखोरी को खत्म करने के लिए खाद्य सुरक्षा आयुक्तालय द्वारा लगातार प्रभावी मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके तहत फरवरी में राजस्थान स्तर की तीन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठकें आयोजित की गईं। 7 मार्च को पूरे प्रदेश के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की बैठक में आयुक्त और अतिरिक्त आयुक्त ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसी का नतीजा है कि मिलावटखोरों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है और इस तरह की बड़ी खेपें पकड़ी जा रही हैं।
त्योहारी सीजन में मिलावटखोर सक्रिय हो जाते हैं और मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री बढ़ जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार और खाद्य सुरक्षा विभाग कड़े कदम उठा रहा है।
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